Friday, September 16, 2011

सोचते सोचते ताउम्र बीत जायेंगी !

सोचते सोचते ताउम्र बीत  जायेंगी !
उलझनों  में पूरी उम्र कट जायेंगी !!
जीवन में मुश्किले तो आएँगी ,
पर मुश्किलों में भी कश्ती पार  हो जायेंगी ,
कहने से कुछ होता नही ,
कदम बढोंगे तो मंजिल ख़ुद ब ख़ुद मिल जायेंगी
परिंदों को यूँ आकाश नही मिल जाता ,
उनके जैसे होंसला हो  तो,
हर मुश्किल आसान नज़र आएँगी ,
थम जायेंगी ये चलती हुई हवा भी ,
कोशिश करोगे तो ज़िन्दगी संवर जायेंगी ,
सोचते सोचते ताउम्र बीत  जायेंगी !
उलझनों  में पूरी उम्र कट जायेंगी !!

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